महिला एवं विकास मंत्रलय तथा इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्ययोगिकी विभाग दूनू कें सहयोग सं ‘खोया-पाया’प्रारंभ केल गेलय. लापता बच्च कें खोज कें लेल सरकार डिजिटल तकनीक कें पूरा सहारा लेतय. आब हजारक लोग मिल करय लापता बच्चक कें ढूंढतय आ कोनों एहन हेतय जे बच्चा कें पता बता देय. अइ कें लेल बस अहां कें गुमशुदा बच्चक ब्यौरा आ फोटो ‘खोया पाया ’पोर्टल्पर डालक कें हैत. सरकार जे छय से गुमशुदा बच्चक कें सूचना आदान-प्रदान करय कें लेल ‘खोया-पाया’ पोर्टल शुरू केनय अछि. अइ पोर्टल पर कोनों नागरिक गुमशुदा या कतोउ भेटल बच्चक या वयस्क कें सूचना अपलोड करय सकय छै.
महिला एवं बाल विकास मंत्रलय एवं इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्ययोगिकी विभाग सं मिल क 2 जून 2015 को ‘खोया पाया’ पोर्टल जारी केल गेलय. डिजिटल तकनीक कें इस्तेमाल गरीबक कें मदद कें लेल होय आ इ पोर्टल विशेषकरय गरीब कें गुमशुदा बच्चाक कें ढूंढ कें जरिया बनतय. ओकर कहनाय छै कि अमीरक कें बच्चक गायब नहि होयत आ अगर गुम भं जतय तं जल्दी नहि भेटतय. गरीब लोगक किछू दिन तंक अपन बच्च कें ढंढय छै आ ओ फेर संसाधनक कें कमी कें चलतय चुचाप बइस जाय छै. इ पोर्टल ऐहने साधनहीन लोगनिक कें मदद करतय.
इ पोर्टल कें मदद सं लोग अपपने आप सूचना अपलोड करय सकय छै. इ वेबसाइट पर आमलोग जत ऐहन गुम बच्चक कें फोटो और डालय सकय छै. ओतय ऐहन बच्चक कें अभिवावक सें हों अपन बच्चक कें बारे मे सूचना डालय सकय छै. नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरों कें मुताबिक हर वर्ष लापता हुअ वाला बच्चाक कें आकड़ा 70 हजार अछि.
इ पोर्टल कें मोबाइल फोन सं सें हों संचालित केल जा सकय छै. अइ दूारे इ दूर दराज कें गांवक मे सें हों कारगर साबित हेतय. इ पोर्टल सं पुलिस सहायता आ बाल सहायता वेबसाइट सं सें हों जोड़ल गेल छै.
लापता बच्चक कें सूचना आदान-प्रदान करय वाला ‘खोया-पाया’ एप मुफ्त मे मोबाइल पर सें हों डाउनलोड केल जा सकय छै. अइ मे सिर्फ लापता नहि बल्कि भेटल गेल बच्चक कें सें हों जानकारी देल जा सकय छै.
भारत मे लापता बच्चक पोर्टल छै मुदा इ पोर्टल फिलहाल पुलिस दूवारा संचालित होय छै. अइ मे वैटा लपता बच्चाक कें ब्योरा होय छै जेकर पुलिस मे सूचना देल जाय छै.
मुदा इ नया पोर्टल मे पुलिस मे केस दर्ज करावा सं पहिले सें हों गुमशुदा कें सूचना डालय जा सकय छै. हुनकर कहनाय कि भारत मे ऐहन पोर्टल पहिल बेर शुरू भ रहल छै. ऐना विदेश मे ऐहन पोर्टल अछि आ करीब 25 प्रतिशत गुमशुदा बच्चाक पुलिस मे मामला दर्ज हुअ स पहिले पोर्टल मे देल गेल सूचना सं मिल जाय छै. हालांकि हुनकर कहनाय छैन कि लापता बच्चक कें पुलिस मे शिकायत सें हों दर्ज करेनाय जैबाक चाहि.
फिलहाल लापता बच्चाक कें लेल ‘ट्रैक चाइल्ड’ नामक एकटा वेबसाइट छै जे पुलिस आ नागरिक समेत संबंधित पछाक कें बीच नेटवर्किग प्रणाली उपलब्ध करवय छै. ताकी गुमशुदा बच्चक कें पता लगावा मे आसानी होय.
1. कें खोया-पाया पोर्टल कें साथ रजिस्टर करा सकय अछि?
भारत कें कोनों नागरिक खोया-पाया पोर्टल कें साथ रजिस्टर करा सकय अछि.
2. हमरा मोबाइल फोन कें सुविधा नहि अछि . त कैना पोर्टल कें साथ रजिस्टर करा सकय छी?
अहां मोबाइल फोन कें बिना पोर्टल कें साथ रजिस्टर नहि करा सकय छी.
3. कि हम लॉगिन आ पासवर्ड कें साथ रजिस्टर करा सकय छी.?
अहां लॉगिन आ पासवर्ड कें साथ पंजीकृत नहि कर सकय छी. अहां कें मोबाइल फोन कें जरूरत होयत.
4. हम मोबाइल दर्ज करवेने छी मुदा ओटीपी नहि आइल छैला?
नेटवर्क व्यस्त भ सकय एया. इंतजार करूं या किछू समय कें बाद प्रयास करूं.
5. हम पोर्टल में ,कटा मामलाक कें सूचना देने छी.मुदा इ खोज सूची मे दिखायी नहि द रहल अछि?
पोर्टल मे दर्ज मामलाक केवल प्रारंभिक जांच कें बादें हि सार्वजनिक केल जतय.
6. हम पोर्टल मे एकटा मामलाक कें सूचना देने छी. हम बाद मे होय मामलाक कें बारे मे किछू जानकारी जोड़य सकय छी?
हं ,कृपया पोर्टल कें ‘माय एकाउंट’ अनुभाग मे जाऊं आ ‘एडिट’ बटन दबाउ जइस मामलक कें संशेधित कर कें अछि.
7. कि पहिले सं सूचित कैल गेल मामलाक कें हम बंद करय सकय छी?
हं. कृपया पोर्टल कें ‘माया एकाउंट’ अनुभाग मे जाऊ आ ‘क्लोजर’ बटन दबाऊ जइस मामलाक कें बंद करय कें छै.
8. हम ‘खोया-पाया’ पोर्टल मे बच्चक लापता कें एकटा मामलाक कें सूचना देनें छी. कि हमारा पुलिस कें सें हों सूचित करनाय चाहि?
हं, कृपया इ हरैल गेल बच्चक कें मामलाक मे पुलिस कें साइथ प्राथमिकी दर्ज करय कें लेल अनिवार्य छै.
9. पंजीकरण कें समय हम एसएमएस कें माध्यम सं ,कटा पासवर्ड प्राप्त भेल अछि. कैना डम अस पासवर्ड कें उपयोग करय प्रवेशा करय सकय छी?
पंजीकरण कें समय देल गेल पासवर्ड मोबाइल एप्लिकेशन मे लॉग इन करय कें लेल छै. पोर्टल मे लॉग इन करय कें लेल एक बेर पासवर्ड (ओटीपी) कें उपयोग करय कें लेल छै जे मोबाइल फोन में भेजल जा रहल छै.
स्नेत : खोया पाया पोर्टल भारत सरकार
अंतिम बेर संशोधित : 6/14/2020